नगर परिषद, बाड्मेर
बाड्मेर शहर में विकास, विश्वास और उन्नति के नये आयाम लिख रही नगर परिषद का इतिहास न केवल देश की आजादी के पहले का हैं बल्कि देश की आजादी तक यह नगर पालिका अपने चार बोर्ड और उसका कार्यकाल देख चुकी थीा बाड्मेर मारवाड् राज्य का हिस्सा था और ब्रिटिश शासन के समय यह धीरे धीरे बडे् कस्बों के रूप में स्थापित हो चुका था जिसके चलते मारवाड् राज्य के तत्कालीन मुखिया कुंवर महाराजसिंह ने अपने जोधपुर स्टेट कांउसिंल के प्रस्ताव संख्या 11 में बाड्मेर कस्बे में नगर पालिका की स्थापना की घोषणा कीा कुंवर महाराजसिंह के इसी प्रस्ताव के चलते 14 जुलाई 1932 के दिन बाड्मेर में नगर पालिका अस्तित्व में आयी और नगर पालिका का पहला बोर्ड 1932 से 1935 तक चला| दिनांक 30 अप्रैल 2012 को नगर पालिका को नगर परिषद् मे परिवर्तित कर दिया गया |
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